Pr̥thvīrāja kī ān̐kheṃ: ekāṅkī-saṅgrahaGaṅgā Pustakamālā Kāryālaya, 1963 - 123 頁 |
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第 21 頁
... सुंदर रक्खा है ! चंपक ! ! मालती : कितना सुंदर ! चंपक !! किशोर : प्यारा चंपक ! इसे देखते ही न जाने क्यों मेरे मन में यह नाम आ गया ! शायद ...
... सुंदर रक्खा है ! चंपक ! ! मालती : कितना सुंदर ! चंपक !! किशोर : प्यारा चंपक ! इसे देखते ही न जाने क्यों मेरे मन में यह नाम आ गया ! शायद ...
第 41 頁
... सुंदर स्थान चुना गया है । एक सुंदर पहाड़ी है , जिसके निम्न प्रदेश में एक निर्झर सुमधुर ध्वनि से प्रवा- हित हो रहा है । इसी पहाड़ी पर ...
... सुंदर स्थान चुना गया है । एक सुंदर पहाड़ी है , जिसके निम्न प्रदेश में एक निर्झर सुमधुर ध्वनि से प्रवा- हित हो रहा है । इसी पहाड़ी पर ...
第 42 頁
... सुंदर युवती । उसका नाम है प्रभा । सुंदर और सुडौल शरीर । रेशमी वस्त्र । माथे में कस्तूरी- बिंदु , जैसे ईश्वर ने यौवन को माथे ही में ...
... सुंदर युवती । उसका नाम है प्रभा । सुंदर और सुडौल शरीर । रेशमी वस्त्र । माथे में कस्तूरी- बिंदु , जैसे ईश्वर ने यौवन को माथे ही में ...
常見字詞
०० ५० अच्छा अधिक अपना अपनी अपने अब अभिनेत्री अभी आँखें आँखों आज आप आपका आपकी आपके आपको इंस्पेक्टर इस ईश्वर उनके उन्हें उस उसकी उसके उसी उसे एक और कमल ० कमल० कर करता करते करने कहाँ का कि किया किशोर किसी की की ओर कुछ कुरता के लिये के साथ को क्या क्यों खून गई चंद चंपक को जब जाने जीवन जैसे जो तक तरह तुम तुम्हारे तो था थी थे दिन दिया दृष्टि देख देखकर दो नहीं नाटक नाम ने पर पास पृथ्वीराज प्रभा प्रवेश फिर बलदेव बहुत बात बादल भी महादेव मालती मिनट मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यदि यह यहाँ यही रहा है रही रहे ललिता लोग वर्ष वह विवाह विष्णु० वृद्ध वे शकुंतला शरीर शायद सकता सकती समय समीप सामने सुंदर से सेवा स्वर स्वर में हरि० हाँ हाथ ही हुआ हुई हुए हूँ हृदय हैं होकर होता है