Pr̥thvīrāja kī ān̐kheṃ: ekāṅkī-saṅgrahaGaṅgā Pustakamālā Kāryālaya, 1963 - 123 頁 |
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第 92 頁
... रहे हैं । अभी शेष तारों के निकलने में कितनी देर है ? देखो , अभी सूर्य की किरणें उस शृंग पर चमक रही हैं । कितनी उज्ज्वल हैं ! संध्या : और ...
... रहे हैं । अभी शेष तारों के निकलने में कितनी देर है ? देखो , अभी सूर्य की किरणें उस शृंग पर चमक रही हैं । कितनी उज्ज्वल हैं ! संध्या : और ...
第 113 頁
... रहे हैं । पैर में पुराना जूता है , जिस पर गर्द छा रही है । पृथ्वीराज आँखें बंद किए हैं । सामने खिड़की से हवा आ रही है , जिससे उनके बाल ...
... रहे हैं । पैर में पुराना जूता है , जिस पर गर्द छा रही है । पृथ्वीराज आँखें बंद किए हैं । सामने खिड़की से हवा आ रही है , जिससे उनके बाल ...
第 120 頁
... रहता है । ] गोरी : कुछ नहीं ? बोलो ! अभी तो बोल रहे थे । अंधे के पैर चूम रहे थे । उसकी आँखें नहीं चाते ? अहा , कैसी 1 । खूबसूरत हैं ...
... रहता है । ] गोरी : कुछ नहीं ? बोलो ! अभी तो बोल रहे थे । अंधे के पैर चूम रहे थे । उसकी आँखें नहीं चाते ? अहा , कैसी 1 । खूबसूरत हैं ...
常見字詞
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