Pr̥thvīrāja kī ān̐kheṃ: ekāṅkī-saṅgrahaGaṅgā Pustakamālā Kāryālaya, 1963 - 123 頁 |
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第 9 頁
... में हुई थी । इसके बाद कविता के साथ एकांकी नाटकों की रचना भी होती रही , किंतु उसी समय , जब मेरी इच्छा किसी ऐसे चरित्र के निर्माण करने ...
... में हुई थी । इसके बाद कविता के साथ एकांकी नाटकों की रचना भी होती रही , किंतु उसी समय , जब मेरी इच्छा किसी ऐसे चरित्र के निर्माण करने ...
第 71 頁
... में पुस्तकें हैं । बीच में एक गुलदस्ता सजा हुआ है , जिसमें कुछ ताज़े फूल महक रहे हैं । कमरे में पर्शियन कारपेट बिछा हुआ है । दीवारों ...
... में पुस्तकें हैं । बीच में एक गुलदस्ता सजा हुआ है , जिसमें कुछ ताज़े फूल महक रहे हैं । कमरे में पर्शियन कारपेट बिछा हुआ है । दीवारों ...
第 92 頁
... में ही विश्व के नेत्रों की आकांक्षा ' ' वह देखो , ढो तारे ! आहा , कैसे चमक रहे हैं ! 1 बादल : चमकने दो । दो शैतान बच्चों की तरह वे समय के ...
... में ही विश्व के नेत्रों की आकांक्षा ' ' वह देखो , ढो तारे ! आहा , कैसे चमक रहे हैं ! 1 बादल : चमकने दो । दो शैतान बच्चों की तरह वे समय के ...
常見字詞
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