Pr̥thvīrāja kī ān̐kheṃ: ekāṅkī-saṅgrahaGaṅgā Pustakamālā Kāryālaya, 1963 - 123 頁 |
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第 43 頁
... तरह से भोजन नहीं करेंगी , तब तक ... 1 प्रभा : [ बीच ही में ] अगर मुझे भूख न हो , तो ? किशोरी : आपको भूख न जाने क्यों नहीं लगती । नाम मात्र को ...
... तरह से भोजन नहीं करेंगी , तब तक ... 1 प्रभा : [ बीच ही में ] अगर मुझे भूख न हो , तो ? किशोरी : आपको भूख न जाने क्यों नहीं लगती । नाम मात्र को ...
第 52 頁
... तरह बहती रहती कोई लंबा , कोई बुड्ढे की तरह झुका हुआ है है | अजीब तरह के पेड़ नज़र आए । कोई टेढ़ा है , तो ५२ पृथ्वीराज की आँखें.
... तरह बहती रहती कोई लंबा , कोई बुड्ढे की तरह झुका हुआ है है | अजीब तरह के पेड़ नज़र आए । कोई टेढ़ा है , तो ५२ पृथ्वीराज की आँखें.
第 53 頁
... तरह यहाँ आने का संयोग न मिले , तो [ मुस्कान के साथ ] अभिनेत्री ही बनने का प्रयत्न किया जाय । [ प्रभा किसी बात के सोचने में लीन है । वह ...
... तरह यहाँ आने का संयोग न मिले , तो [ मुस्कान के साथ ] अभिनेत्री ही बनने का प्रयत्न किया जाय । [ प्रभा किसी बात के सोचने में लीन है । वह ...
常見字詞
०० ५० अच्छा अधिक अपना अपनी अपने अब अभिनेत्री अभी आँखें आँखों आज आप आपका आपकी आपके आपको इंस्पेक्टर इस ईश्वर उनके उन्हें उस उसकी उसके उसी उसे एक और कमल ० कमल० कर करता करते करने कहाँ का कि किया किशोर किसी की की ओर कुछ कुरता के लिये के साथ को क्या क्यों खून गई चंद चंपक को जब जाने जीवन जैसे जो तक तरह तुम तुम्हारे तो था थी थे दिन दिया दृष्टि देख देखकर दो नहीं नाटक नाम ने पर पास पृथ्वीराज प्रभा प्रवेश फिर बलदेव बहुत बात बादल भी महादेव मालती मिनट मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यदि यह यहाँ यही रहा है रही रहे ललिता लोग वर्ष वह विवाह विष्णु० वृद्ध वे शकुंतला शरीर शायद सकता सकती समय समीप सामने सुंदर से सेवा स्वर स्वर में हरि० हाँ हाथ ही हुआ हुई हुए हूँ हृदय हैं होकर होता है